उत्तराखंड में फिर भाजपा की सरकार: राजनाथ सिंह
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने उत्तराखंड को अगल राज्य बनाया। उनका सपना है उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने का था। जिसे भाजपा साकार कर रही है। प्राकृतिक और धार्मिक विरासत को केवल भाजपा ही बचा सकती है। केंद्र में भाजपा की सरकार है उत्तराखंड में भी बनानी है। तभी राज्य का चहुमुंखी विकास होगा।
शनिवार को कपकोट के केदारेश्वर मैदान पर चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि 14 फरवरी को 78 वां मतदान दिवस है। लोगों को शतप्रतिशत मतदान करना है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने उत्तराखंड को बनाया है। उस सरकार में वह भी मंत्री थे। उत्तर प्रदेश का विभाजन हुआ और तब वह संयुक्त मुख्यमंत्री थे। यह उनका भी सौभाग्य था। इतना ही नहीं राज्य को विशेष राज्य का दर्जा भी मिला
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता पर आए और राज्य लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 1951 में भारतीय जनसंघ के रूप में पहला चुनाव पार्टी ने लड़ा। घोषणा पत्र में कश्मीर से 370 हटाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे भाजपा ने पूरा किया है। धार्मिक उत्पीड़न कम हुआ है। उत्पीड़न के कारण पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान के लोगों को भी भारत की नागरिक देना का काम किया है अन्य दलों के कहने और करने पर अंतर है और वह भाजपा के लिए चुनौती है।
भाजपा विचारधारा, दर्शन और कार्यक्रम है। राष्ट्र आगे बढ़े यह भाजपा का चरित्र है। जनता के प्रति संवेदनशील केवल भाजपा है। कांग्रेस ने जनता के आंखों में धूल झौंकने का काम किया है। उनके कार्यकाल में मंत्रियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप थे। मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी गए। लेकिन भाजप सरकार में किसी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि व्यवस्था, सिस्टम में परिर्वतन लाकर भ्रष्टाचार पर चोट की है। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री कहते थे कि सौ पैसे में 85 पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में सौ का सौ पैसा सीधे किसानों तक पहुंच रहा है। उत्तराखंड में तेजी से विकास होगा। पर्यावरण को भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आतंकवाद विशेष चुनौती
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद एक चुनौती था। 2017 में पाकिस्तान के आतंकवादियों ने कश्मीर में हमला किया। जिसमें पैरामिलिट्री के जवान मारे गए। 56 इंच सीने वाले प्रधानमंत्री ने पांच मिनट में फैसला किया। सर्जिकल, एयर स्टाइक के जरिए ताकत दिखाइ। दुनिया को भी एक संदेश दिया। भारत कमजोर नहीं है जबकि ताकतवर है। ग्लवान घाटी में चीन से संघर्ष हुआ। जहां भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया।
राहुल ने तोड़ा सैनिकों का मनोबल
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राहुल गांधी ने सैनिकों का मनोबल तोड़ा। उन्होंने भारत के अधिक सैनिक मारे जाने की बात की। आस्ट्रेलिया के खोजी पत्रकार ने ग्लवान में भारत-चीन के बीच हुए संघर्ष को प्रकाशित किया। बताया कि 38 से 50 सैनिक चीन के मारे गए।