बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा की तरह स्कूलों को बंद करने का किया ऐलान
नई दिल्ली, वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद जहरीली हो गई है। दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के शहरों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 500-600 के बीच पहुंच गया है। एनसीआर के शहरों के लोग कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं से जुझ रहे हैं। इस बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बाद अब दिल्ली में भी स्कूलों को बंद करने का ऐलान हो गया है।
शनिवार से स्कूल होंगे बंद
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार सुबह प्रेसवार्ता कर पहली से पांचवीं तक के स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है। दिल्ली में शनिवार (5 नवंबर) से स्कूल बंद होंगे। कब तक स्कूल बंद रहेंगे? इस पर बाद में विचार किया जाएगा, क्योंकि वायु प्रदूषण नियंत्रित होने में कुछ दिन लग सकते हैं। इससे पहले बृहस्पतिवार को दिल्ली से सटे यूपी के गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा में पहली से लेकर आठवीं तक कक्षा तक की अवकाश की घोषणा की थी।
ऑड-इवेन भी हो सकता है लागू
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि राजधानी दिल्ली में 5 नवंबर से प्राइमरी स्कूल बंद होंगे। इसके साथ ही यह भी कहा कि वायु प्रदूषण के स्तर को काबू करने के लिए ऑड-इवेन भी लागू किया जा सकता है। इस पर विचार किया जाएगा।
क्या है ऑड-इवेन?
दिल्ली के वायु प्रदूषण में मौसमी परिस्थितियों और पराली के अलावा सर्वाधिक योगदान पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों के धुएं का है। ऐसे में दिल्ली में वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति से निपटने के लिए कई बार ऑड-इवेन योजना लागू की जा चुकी है। ऑड-इवेन के तहत दिल्ली की सड़कों पर सिर्फ इवेन तारीख पर 2,4,6,8,0 नंबर वाली गाड़ियां दौड़ती हैं, जबकि ऑड वाली तारीख पर 1,3,5,7,9 नंबर वाली गाड़ियों का चलाने का प्रविधान है।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। लोगों का सांस लेने में तकलीफ हो रही है। डाक्टरों/विशेषज्ञों ने लोगों से बेवजह घरोें से नहीं निकलने की सलाह दी है। बच्चों, बुजुर्गों और गंबीर रूप से बीमार लोगों को सतर्क रहने की भी सलाह दी गई है।