स्पेशल ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए उमड़ी भीड़, यात्रा से पहले ये बातें जरूर जान लीजिए
लॉकडाउन के बीच बड़ी राहत के तौर पर मंगलवार से 15 जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो रहा है। ये ट्रेनें नई दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस के 15 रूटों पर चलाई जा रही हैं। सोमवार शाम छह बजे से इन ट्रेनों के लिए बुकिंग की शुरुआत हुई। पहले बुकिंग शाम चार बजे से ही होनी थी, लेकिन टिकट बुकिंग के लिए उमड़ी भीड़ ने आइआरसीटीसी की वेबसाइट ही क्रैश कर दी। इसलिए बुकिंग को दो घंटे के लिए रोकना पड़ा।
दोबारा बुकिंग शुरू होने के बाद तीन घंटे में ही 54 हजार रिजर्वेशन हो गए। टिकट के लिए उमड़ी इस भीड़ से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन में राहत मिलते ही अपने-अपने शहरों के लिए भीड़ किस कदर उमड़ने वाली है।
अप-डाउन मिलाकर कुल 30 ट्रेनें चलेंगी। इनमें से 16 रोजाना, आठ ट्रेनें हफ्ते में दो दिन, दो ट्रेनें हफ्ते में तीन दिन और चार ट्रेनें साप्ताहिक होंगी। रेलवे ने इन ट्रेनों के स्टॉपेज वाले स्टेशनों की सूची जारी कर दी है। इसमें रूट के ज्यादातर बड़े शहरों के नाम शामिल हैं। इन स्पेशल ट्रेनों का बेहतर तरीके से संचालन शुरू होते ही दूसरे चरण की ट्रेनों को भी जल्दी ही चलाने की तैयारी है।
बता दें आज राजधानी दिल्ली से 15 स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रही है। हालांकि श्रम दिवस से शुरू की गईं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा। भारतीय रेल ने विशेष यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करते हुए 12 मई से चलने वाली ट्रेनों के संबंध में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
रेलवे का कन्फर्म टिकट ही आपका पास
केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान ट्रेन पकड़ने के लिए कन्फर्म टिकट के अलावा किसी अन्य पास की जरूरत नहीं पड़ेगी। यही कन्फर्म टिकट यात्री को स्टेशन पहुंचाने वाली गाड़ी के ड्राइवर के लिए भी पास के रूप में मान्य होगा।
90 मिनट पहले पहुंचना होगा स्टेशन
स्पेशल ट्रेन की यात्रा करने वाले यात्रियों को 90 मिनट पहले ही स्टेशन पहुंचना होगा। दरअसल, रेलवे यह सुनिश्चित कर लेना चाहती है कि यात्रा करने वाले यात्री पूरी तरह स्वस्थ हों, इसलिए उनकी स्वास्थ्य जांच होगी, जिसके लिए उन्हें डेढ़ घंटे पहले स्टेशन पहुंचने को कहा गया है।
सिर्फ पहाड़गंज की तरफ से मिलेगी इंट्री
नई दिल्ली स्टेशन से इन स्पेशल ट्रेनों को पकड़ने के लिए पहाड़गंज साइड यानी प्लेटफार्म नंबर एक साइड से प्रवेश की अनुमति दी गई है। सभी यात्रियों को अपने स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिक जांच के लिए स्टेशन पर डेढ़ घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य है।
कन्फर्म टिकट जरूरी
स्टेशन परिसर में प्रवेश के लिए ट्रेन का वैध टिकट होना जरूरी है। स्टेशन पर हुई जांच में पूरी तरह स्वस्थ पाये जाने के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी। यात्री को स्टेशन और परी यात्रा के दौरान मास्क लगाना और एक दूसरे से दूरी बनाकर रखना जरूरी होगा। सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु एप्लीकेशन डाउनलोड करने की सलाह दी गई है। इन स्पेशल ट्रेनों में यात्रा के लिए सात दिन पहले (एडवांस) टिकट लिया जा सकता है। टिकट केवल आईआरसीटीसी वेबसाइट अथवा मोबाइल ऐप से बुक किया जा सकता है। किसी रेलवे रिजर्वेशन एजेंट को टिकट बुक करने की अनुमति नहीं है। टिकट कैंसिलेशन को हतोत्साहित करने के लिए नियमों को सख्त बनाया गया है इसके तहत टिकट कैंसिल कराने पर 50 फीसद किराए की राशि काट ली जाएगी। टिकट कैंसिलेशन भी 24 घंटे पहले कराना होगा।
न चादर न तौलिया
स्पेशल राजधानी ट्रेनों के शुरु होने के पहले दिन कुल 15 चालू अपने गंतव्य की ओर रवाना होंगी। यात्रियों को अपने साथ ट्रेन में चद्दर, तौलिया के साथ भोजन व पानी लेकर चलना होगा। हालांकि रेलवे ने कहा कि ट्रेन में एयरकंडीशनर का तापमान सामान्य रखा जाएगा। सभी डिब्बे एयरकंडीशन युक्त फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी क्लास के होंगे। राजधानी ट्रेन में पहले से निर्धारित किराया ही वसूला जाएगा, लेकिन इसमें खान-पान का चार्ज शामिल नहीं होगा।
अपनी पूड़ी-सब्जी पर ही भरोसा
स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन होने के बावजूद इसके टिकट के साथ कैटरिंग चार्ज नहीं वसूला जाएगा। प्रीपेड भोजन अथवा ई-कैटरिंग जैसे प्रावधान नहीं हैं। यानी यात्री को अपनी पूड़ी व सब्जी पर ही भरोसा करना होगा। आइसीआरसीटी बोतलबंद पानी और कुछ सीमित पैकेट बंद खाने के सामान भुगतान के साथ उपलब्ध कराएंगे।
खानपान का करना होगा भुगतान
अगर किराया राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों के बराबर लिया जा रहा है, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको इन ट्रेनों में खानपान मुफ्त में मिलेगा। रेलवे का कहना है कि उसने रेल के किराये में खानपान का पैसा नहीं लिया है, इसलिए यात्रियों को खानपान का भुगतान करना होगा। यात्रियों खाने में डिब्बाबंद भोजन दिया जाएगा, जो ट्रेन की पैंट्री में न पककर कहीं बाहर से चढ़ाया जाएगा। रेलवे ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ट्रेन में डिब्बाबंद भोजन तो दिया जाएगा, लेकिन पानी का बोतल नहीं दिया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर ऐहतियातन रेलवे ने यह कदम उठाया है। इसलिए यात्रियों को पीने के लिए पानी अपने घर से ही लाना होगा।