कांग्रेस सांसदों और अन्य विपक्षी नेताओं ने भारत-चीन संघर्ष पर चर्चा की मांग करते हुए गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया
नई दिल्ली, सात दिसंबर से शुरू हुए संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। आज संसद परिसर में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने तवांग में भारत-चीन संघर्ष पर चर्चा की मांग करते हुए गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी मौजूद रहे।
अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से मोदी सरकार बौखलाए हुई है। आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा तरह-तरह के सवाल उठा रही है। क्या गुजरात चुनाव में PM मोदी मास्क लगाकर, सारे प्रोटोकॉल मानते हुए घर-घर गए थे।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल को लिखी चिट्ठी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए और मास्क-सैनिटाइजर का उपयोग लागू किया जाए।
चीन पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन
बता दें कि चीन पर चर्चा की मांग को लेकर आज संसद में गांधी प्रतिमा के बाहर विपक्षी दलों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिलेगा। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने विरोध प्रदर्शन के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया है।
मनीष तिवारी ने दिया लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस
वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। इसके अलावा कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।
23 दिसंबर को समाप्त हो सकता है शीतकालीन सत्र
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र निर्धारित समय से छह दिन पहले 23 दिसंबर को समाप्त हो सकता है। यह जानकारी सूत्रों ने दी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आगामी क्रिसमस सप्ताह को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। कहा जा रहा है कि सभी दलों के नेता 23 दिसंबर को सत्र समाप्त करने के लिए सहमत हैं। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र 29 दिसंबर को समाप्त होना था। यह 7 दिसंबर से शुरू हुआ था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को त्योहार और साल के अंत के मौसम को ध्यान में रखते हुए सत्र को जल्दी समाप्त करने का आवेदन प्राप्त हुआ था।