ब्याज दर में कटौती का असर न सिर्फ अमेरिका बल्कि भारत के शयर बाजार पर भी पड़ेगा
नई दिल्ली। अमेरिका के केंद्रीय फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में कटौती करने का फैसला कर लिया है। फेड रिजर्व ने घोषणा की कि ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती की गई।
ब्याज दर में कटौती का असर न सिर्फ अमेरिका बल्कि भारत के शयर बाजार पर भी पड़ा है। वहीं, स्टॉक के अलावा, गोल्ड की कीमतों में भी तेजी आ सकती है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इस फैसले से बैंकिंग, फाइनेंस, आईटी, एफएमसीजी और फार्मा जैसे सेकटर्स के शेयरों को भी मजबूती मिल सकती है।
ब्याज दर घटने से ट्रेजरी सिक्युरिटीज की यील्ड (रिटर्न) कम हो जाएगी, जिससे निवेशक बेहतर ऑप्शन के लिए भारतीय बाजार की ओर रुख करेंगे। निवेशक अगर भारत में निवेश करते हैं तो देश में विदेशी पूंजी का फ्लो बढ़ेगा, जिससे भारतीय शेयर बाजार में तेजी आएगी।
शेयर बाजार में तेजी आने का मतलब है कि भारतीय निवेशकों को फायदा मिलेगा। विदेशी निवेशक, देश में निवेश करने के लिए अपनी करेंसी को रुपये में कन्वर्ट करेंगे। इससे रुपये की वैल्यू बढ़ेगी और डॉलर के मुकाबले मजबूत हो सकता है। बता दें कि आज (मंगलवार) डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे चढ़कर खुला है।
आरबीआई पर रहेगी निगाहें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा लिए इस फैसले के बाद अब देशवासियों का नजर आरबीआई (RBI) पर है। भारतीय मौद्रिक नीति अमेरिकी दरों से हमेशा प्रभावित रही है।
हालांकि, कुछ दिनों पहले आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा था कि जरूरी नहीं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा लिए फैसले के बाद आरबीआई भी अपने ब्याज दर में बदलाव करे।
अब निवेशकों की नजर अक्टूबर में होने वाली आरबीआई एमपीसी बैठक पर बनी हुई है। निवेशकों को उम्मीद है कि इस बार रेपो रेट में बदलाव हो सकता है। एमपीसी की बैठक 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर को होगी।