विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक हरिद्वार के निष्काम सेवा ट्रस्ट में होगी आरंभ
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक शनिवार को हरिद्वार के निष्काम सेवा ट्रस्ट में आरंभ होगी। बैठक में विहिप के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ-साथ देश के शीर्ष 300 से अधिक संत-महात्मा भाग ले रहे हैं।
दो दिनों में यहां सभी समान नागरिक संहिता, जनसांख्किीय बदलाव, हिंदू पर्व पर विरोध, पत्थरबाजी, ज्ञानवापी, कुतुबमीनार और ताजमहल आदि विषयों पर खुलकर चर्चा की जाएगी और सरकार से इन मामलों में स्पष्ट नीति का निर्धारण करने का प्रस्ताव पारित करने पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इसके अलावा बैठक में हिंदू हितों की रक्षा और सनारन पर हमले पर चिंता करते हुए संतों के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्धारण की मांग को लेकर प्रस्ताव परित किया जा सकता है। देश व धर्म को दिशा देने के लिए धर्माचार्य एवं विश्व हिन्दू परिषद घर वापसी जैसे मुद्दों पर चर्चा कर हिंदू धर्म में गैर सनातनियों की वापसी को लेकर चर्चा एवं प्रयास किये जायेंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन राष्ट्रीय कवि संगम का राष्ट्रीय अधिवेशन दोपहर बाद हरिद्वार अग्रसेन भवन में आरंभ होगा। इस अधिवेशन में भाजपा प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी, प्रसिद्ध कवि हरिओम पवार, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष मुनि महाराज स्वामी चिदानंद मुनि और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित अन्य विभूतियां भी भाग ले रही हैं ।देर शाम वीआईपी घाट पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन है।
शनिवार को डाक्टर हरिओम पवार, स्वामी चिदानंद मुनि महाराज, पवन सिन्हा, अजय पीठाधीश्वर रामटेक महाराष्ट्र, श्रीकांत श्री कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और विमर्श हेतु अधिवेशन से पहले बैठक की।
इससे पहले शुक्रवार को विहिप के शीर्ष पदाधिकारियों के श्रीपंचदशनाम् जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि व अन्य प्रमुख संतों के साथ बैठक कर केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के एजेंडा के तहत इन मुद्दों पर चर्चा की। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता व केंद्रीय मंत्री धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया कि मार्गदर्शक मंडल की बैठक में कुटुम्ब प्रबोधन, घर वापसी जैसे प्रस्तावित विषयों पर विचार मंथन होगा।
बताया कि जनसंख्या नियंत्रण, समान नागरिक संहिता पर भी विचार किया जा सकता है। यह सब संतों के आदेश पर निर्भर करता है। इस समय विश्व हिन्दू परिषद की प्राथमिकता अयोध्या में राममंदिर निर्माण है। पिछले दिनों में हनुमान जन्मोत्सव, शोभायात्राओं पर देश के अलग-अलग हिस्सों में हमले हुए हैं। कई जगहों पर इन प्रदर्शनों पर पत्थरबाजी भी हुई और सांप्रदायिक स्थिति बिगड़ने से कुछ लोगों की जान भी चली गई। कहा कि विश्व हिंदू परिषद के लिए यह बड़ी चिंता का विषय है। बैठक में इस पर भी चर्चा हो सकती है।
ज्ञानवापी बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने इस संबंध स्पष्ट किया था कि उक्त प्रकरण अभी न्यायालय में है, इसलिए अधिक टिप्पणी करना ठीक नहीं होगा। न्यायालय का निर्णय आने के बाद विश्व हिन्दू परिषद इसके बारे में आगे विचार करेगी और तभी तय किया जाएगा कि अगला कदम क्या उठाया जाएगा।