लखनऊ का नाम बदले जाने की अटकलें तेज, योगी के ट्वीट से मिले संकेत
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदला गया। उनकी सरकार के दूसरे कार्यकाल में राजधानी लखनऊ का नाम बदलने के संकेत मिलने लगे हैं। लखनऊ के सांसद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लखनऊ दौरे पर 14 मई को प्रख्यात साहित्यकार पद्मश्री विद्या बिंदु सिंह ने लखनऊ का नाम लखनपुरी करने की मांग रखी तो कल सीएम योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट से इसको मजबूती मिली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोमवार को लखनऊ दौरे पर चौधरी चरण सिंह इंटरनेशल एयरपोर्ट, अमौसी पर लैंड करने के बाद उनके स्वागत में सीएम योगी आदित्यनाथ के एक ट्वीट के बाद तो इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद अब लखनऊ का भी नाम बदलने के संकेत मिलने लगे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था कि शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह ट्वीट अमौसी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए खींची गई फोटो को टैग करते हुए किया है। इस ट्वीट के बाद संकेत मिलने लगे हैं कि लखनऊ का नाम लक्ष्मण जी के नाम पर किया जा सकता है। अटकलें इसलिए भी लगाई जा रही हैं, क्योंकि इससे पहले लखनऊ का नाम बदलकर लखनपुरी, लक्ष्मणपुरी और लखनपुर करने की मांग उठाई जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले कार्यकाल में प्रारंभ हुआ शहरों के नए नामकरण का काम अभी भी जारी रहेगा। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या करने के बाद कई अन्य शहरों के नाम बदलने की भी मांग तेजी से उठ रही है। अब राजधानी लखनऊ की बारी है। पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय लालजी टंडन ने इसके लिए सरकार से गुजारिश की थी। उन्होंने कहा था लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि लखनऊ को लक्ष्मण ने बसाया था और लखनऊ शहर को धार्मिक ग्रंथों के अनुसार लक्ष्मणपुर के नाम से जाना जाता था। लखनऊ से सांसद और पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय लालजी टंडन ने एक किताब लिखी, जिसमें लखनऊ को लक्ष्मण नगरी बताया गया है। इसके कई प्रमाण भी दिए। लखनऊ में लक्ष्मण टीला, लक्ष्मण पुरी, लक्ष्मण पार्क समेत कई ऐसे स्थान हैं। जो भगवान लक्ष्मण के नाम पर हैं।
इतिहास के दस्तावेजों में स्पष्ट लिखा है कि यह शहर पहले लक्ष्मण पुरी था। उसके बाद लखनपुरी हुआ, जो आगे चलकर लखनऊ हो गया। लखनऊ को कौशल राज का हिस्सा बताया गया है। भगवान श्रीराम चंद्र के भाई लक्ष्मण ने इस शहर को बसाया था।