मस्जिद से भगाने का एक और सच नईम कुरैशी करता है धंधा और गंदा काम……
सोनिया बालियान
देहरादून। आधी छोड़ पूरी को धावे, आधी रहे ना पूरी पावे….
जी हाँ यह वहीं नईम कुरैशी है जिस पर 420 धोखाधड़ी व धार्मिक मुकदमे दर्ज है जो कभी पत्रकार बनकर राजभवन पहुंच जाता है, कभी मुस्लिमांे का रहनुमा बनकर मुख्य सचिव के पास पहुंच जाता है पर इसकी असलियत कुछ और ही है आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी स्याणा कौआ गु ही खाता है बिल्कुल नईम कुरैशी की शातिरगिरी भी उसके नीचे पीछे बवासीर जैसा दर्द कर रही है जिसको वह अब छुपा भी नहीं पा रहा।
जिसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने है जब मुस्लिम समाज ने व इसके सहयोगियों ने इसकी करतूतों की वजह से इसका साथ छोड़ दिया तो दर्द मिटवाने के लिए कुछ किराये के टट्टूओं से अपनी वाह वाही करवाना चाह रहा पर वह यह भूल गया जिन किराये के टट्टूओं से वह ये सब करवा रहा है वह तो खुद 1 टू का 4 कर अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं। यह किराये का टट्टू लैंडी कुत्ते की तरह जगह जगह मार भी खाता रहता है चिल्लाता बहुत है पर छुप-छुप कर। जैसे ही सामने पड़ता है लैंडी कुत्ते की तरह टांगे भीच दुम दबाकर भाग खड़ा होता है। ये किराये का टट्टू कभी रामभक्तांे को गाली देता है कभी गन/पिस्तौल की धमकी देता है। इस किराये के टट्टू का बिल्डिंग का गोश्त खा खा कर पेट तो भैंसे जैसा हो ही गया है, दिमाग भी मोटा हो गया है। नईम कुरैशी जिसका सहारा ले रहा है दोनों पर कहावत फीट होती है चोर-चोर मौसेरे भाई वाली आपको बताते चलें कि उसी के मूल निवास धामावाला की मस्जिद से ऐसे ही नहीं निकाला गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नईम कुरैशी एतकापफ के बहाने मस्जिद में बैठकर लोगों को ठगने का काम करता है। सूत्रों का कहना है कि नईम कुरैशी पर अल्लाह की मार पड़ रही है अल्लाह भी नहीं चाहते कि नईम कुरैशी मस्जिद में बैठकर पहले की तरह अभी भी लोगांे को ठगता रहे। मिली जानकारी के अनुसार नईम कुरैशी ने एतकापफ में बैठकर एक कार बेच दी थी और झूठ बोलकर रकम हतिया ली थी कार खरीदने वाले व्यक्ति को बाद में पता चला कि कार पर लोन है जिसको नईम कुरैशी द्वारा नहीं निपटाया जा रहा है, यह नईम कुरैशी खुदा का बन्दा इतना गन्दा है कि मस्जिद में हाथ मे तस्बीह रखता है और दिल दिमाग में गन्दगी और मोबाइल में लड़कियों की गन्दी चौट इस पर कुछ लोगों का कहना है कि ठीक किया मस्जिद से भगा दिया, इसकी हरकते एतकापफ करने लायक नहीं है।
नईम कुरैशी व अन्य इस जैसे व्यक्तियों को हमारा संदेश कोई भी व्यक्ति अपने घर मे क्लेश करके पत्नी बच्चांे को दुःखी करके अपने गली मोहल्ले के लोगांे के साथ छल-कपट करके कामयाब नहीं हो सकता। धिक्कार है नईम कुरैशी जैसे लोगांे पर जो दोहरा चरित्र लेकर जिन्दगी जी रहे हैं।
अगली चटाकेदार खबर जल्द ही आपके बीच सबूतों व ऑडियो-वीडियो के साथ।