पीएसी रिक्रूट पासिंग आउट परेड में शामिल हुए सीएम योगी साथ ही परेड की सलामी ली
लखनऊ, उत्तर प्रदेश पीएसी को मंगलवार को नए जवानों का नया ग्रुप मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस लाइन में पीएसी रिक्रूट आरक्षियों की दीक्षांत परेड समारोह में सम्मिलित होने के साथ ही परेड की सलामी ली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही चार सर्वश्रेष्ठ परेड कमांडर योगेन्द्र अवस्थी, अमन पाण्डेय, राजा पाण्डेय तथा अमित सिंह को सम्मानित किया। प्रदेश में कुल 15,487 जवानों ने प्रशिक्षण समाप्त किया है। लखनऊ के साथ ही अन्य स्थान पर भी पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया है। लखनऊ में 399 पीएसी रिक्रूट ने प्रशिक्षण समाप्त किया है। अब इन 15.487 पीएसी के जवानों को प्रदेश की विभिन्न वाहिनी में तैनाती मिलेगी।
परेड की सलामी लेने तथा परेड कमांडर को सम्मानित करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पासिंग आउट परेड में शामिल पीएसी रिक्रूट्स को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज आप सभी के लिए बेहद गौरव का पल है। आप सभी लोग उत्तर प्रदेश के सबसे अनुशासित बल में शामिल हो गए हैं। आप सभी के कंधों पर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को दुरुस्त रखने के साथ ही अमन-चैन स्थापित करने की बड़ी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब को शायद मालूम नही है कि प्रदेश के इस सबसे अनुशासित बल को एक शरारत हो रही थी। प्रदेश में 2017 से पहले बड़ी साजिश हो रही थी, जिसके तहत उत्तर प्रदेश पीएसी बल को समाप्त करने की योजना बनी थी। इस सजिश के तहत 54 कंपनियों को समाप्त कर दिया गया था। आज जब मैं परेड देख रहा था तो मुझे एहसास हुआ कि उत्तर प्रदेश की सुरक्षा में सेंध लगाने की कितनी बड़ी साजिश थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि होनहार जवानों को पुलिस बल का हिस्सा बनने से रोकने के लिए कैसे उन कंपनियों को समाप्त करते हुए इन नौजवानों को प्रदेश और देश की सेवा से वंचित करने का प्रयास किया गया था। वह बेहद ही शर्मनाक पल था और हम उस साजिश को नाकाम करने में सफल रहे। हमने ना सिर्फ पीएसी को बचाया बल्कि इसकी महिला बटालियन का भी गठन करने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जवानों के परेड को देख रहा था तो ऐसा एहसास हुआ कि प्रदेश की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश की गई थी। कैसे उन कंपनियों को समाप्त करते हुए इन जवानों को देश व प्रदेश की सेवा से वंचित करने का कुत्सित प्रयास किया गया था। मुझे खुशी है कि पांच साल में बिना किसी भेदभाव के यूपी के 1 लाख 62 हजार से अधिक नौजवानों को पुलिस व पीएसी में भर्ती प्रक्रिया में जोड़ा गया। बिना भेदभाव के भर्ती प्रक्रिया से नौकरी दी गई। शानदार प्रशिक्षण के कारण यूपी पुलिस में शामिल होने वाले जवानों को बधाई देता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जवानों को भर्ती व पदोन्नति प्राप्त हो सके। इस दिशा में बेहतर काम किया गया। पुलिस कार्मिकों के लिए सुविधाओं का अभाव था। आवासीय सुविधाएं नहीं थीं। आज बैरक बन चुके हैं। पीएसी के सभी वाहिनियों के पुनर्गठन के साथ आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। मेरा मानना रहा है की दक्ष पुलिस बल उच्च मनोबल से काम करेगी तो प्रदेश की छवि सुधारने का काम हो सकता है। प्रदेश में पांच साल में यूपी के प्रति लोगों की धारणा बदली है। आज यूपी की सर्वत्र सराहना होती है। पुलिस व पीएसी के जवानों ने निष्ठा के साथ काम किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में निवेश, रोजगार सृजन की संभावनाएं विकसित हो रही हैं। नई सरकार के गठन के 100 दिन के भीतर बेहतरीन परिणाम आए हैं। दंगे होते थे यहां। आज यूपी में निवेश हो रहा है। लोगों के मन मे विश्वास भरा है। पुलिस बल के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाने का भी काम किया है। प्रदेश को अपराध मुक्त, भय मुक्त बनाने की जिम्मेदारी यूपी पुलिस की है। सभी आरक्षियों को बधाई।
लखनऊ पुलिस लाइन में इस अवसर पर डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी तथा लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर भी मौजूद थे। पुलिस लाइन में सबसे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ को को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।