उत्तराखण्ड

जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम के तहत आपदा प्रबन्धन की तेैयारियों पर माॅक अभ्यास का आयोजन किया गया

राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण उत्तरकाशी द्वारा इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम के तहत आपदा प्रबन्धन की तेैयारियों पर ( माॅक अभ्यास ) का आयोजन किया गया। माॅक अभ्यास के अनुसार जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्रातः 11 बजे यमुनावैली के किसाला एवं गंगा वैली के नेताला में भूस्खलन की सूचना दी गई। जिसमें जानमाल का नुकसान हुआ है। जैसे ही सूचना प्राप्त हुई इसके तत्काल बाद आईआरएस टीम सक्रिय हुयी। टीम में तैनात सभी अधिकारी कमाण्ड एरिया कलेक्ट्रेट एवं स्टेजिंग एरिया रामलीला मैदान पंहुचे।
भूस्खलन क्षेत्र से ग्यारह बजकर 20 मिनट पर टीम द्वारा प्रारम्भ्कि सूचना दी गयी कि नेताला में बस भूस्खलन की चपेट में आयी है। राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। जिसमें 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुये तथा 6 साधारण घायल हुए हैं। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र नेताला से एम्बुलेंस और डाक्टरों की डिमांड की गयी। उधर तहसील बड़कोट के अंर्तगत भारी अतिवृष्टि से यमुनोत्री नेशनल हाइवे किसाला में बंद होने की सूचना मिलते ही जिला मजिस्ट्रेट ने तहसील स्तर पर आईआरएस को सक्रिय करने के निर्देश दिए। किसाला से करीब 2 हजार यात्रियों के रुके होने तथा तीन सौ के करीब छोटे- बड़े वाहन सड़क के दोनों ओर फसे होने की सूचना दी गई। यात्रियों को तात्कालिक रूप से पानी,बिस्कुट,दूध देने की मांग आयी। घटना स्थल से डिमांण्ड आते ही आपरेशन सेक्शन द्वारा कहां कितना रिसोर्स की आवश्यकता है उसका प्लान बनाया गया और तुरन्त रेस्क्यू टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। जिलाधिकारी जो इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम में रिस्पांसिबल आफिसर केे रूप में नामित थे। उन्होंने निर्देश दिये कि नेताला में गम्भीर रूप से घायलों को जिला अस्पताल लाया जाए। साथ ही तहसील बड़कोट के अन्तर्गत किसाला में अवरूद्ध सड़क मार्ग को तेजी के साथ सुचारू करने के निर्देश दिये।
माॅक अभ्यास के अनुसार स्टेजिंग एरिया में राहत एवं बचाव के सभी उपकरणों एवं मानव संसाधनों को एकत्रित कर टास्क फोर्स का गठन कर उसे मय संसाधनों के साथ घटना स्थल पर भेजा गया जहां रेस्क्यू किया गया। यह सब एक माॅक अभ्यास का हिस्सा था। आईआरएस माॅक अभ्यास करने का मुख्य उद्देश्य था कि जब कभी कोई प्राकृतिक आपदा घटित हो तो इससेे कैसे निपटा जाय और किस प्रकार जान- माल के नुकसान को कम किया जा सके।
माॅक अभ्यास के सम्बन्ध में रिस्पांसिबल अधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला ने कहा कि आपदा की स्थिति में कैसे आईआरएस टीम कार्य करती है इसकी जानकारी दी गयी है। साथ ही आपदा में रिस्पांस टाइम एवं विभागों का आवश्यक समन्वय को भी परखा गया है। उसके बाद जिलाधिकारी ने जिला सभागार में माॅक अभ्यास के दौरान जो कमियां रही उसकी जानकारी आईआरएस टीम से ली। जानकारी लेने के बाद उन्होंने सभी नामित अधिकारियों को कहा कि आगे इसमें और सुधार लाने की आवश्यकता है।
माॅक अभ्यास में इंसिडेंट कमांडर एसडीएम भटवाड़ी चतर सिंह चौहान,बड़कोट शालिनी नेगी,प्लानिंग सेक्शन चीफ सीडीओ गौरव कुमार,डीएफओ पुनीत तोमर, आपरेशन सेक्शन चीफ,सीओ अनुज कुमार,लाजिस्टिक सेक्शन चीफ अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, स्टेजिंग एरिया मैनेजर एसडीएम मीनाक्षी पटवाल सहित जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने लाइजनिंग आफिसर  के रूप  में अपनी भूमिका निभायी।
माॅक अभ्यास में आईटीबीपी,एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,पुलिस,आपदा राहत दल, फायर सर्विस,रेडक्रास सोसाइटी आदि ने प्रतिभाग किया।

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